माता दुर्गा हिन्दू सनातन धर्म में देवी के रूप में, शक्ति के रूप में पूजन किया जाता है। माता दुर्गा को भक्त अलग – अलग नाम से पुकारते है। यहाँ माता दुर्गा के 108 नाम (Mata Durga ke 108 Naam) दिया गया है। नाम के साथ उसका अर्थ भी दिया गया है।
माता दुर्गा को जगत की कल्याणकारी देवी कहा जाता है। मनुष्य जीवनमे दुर्गुणों रूपी राक्षश का नाश करती है। शक्ति दायिनी माता दुर्गा ने महिषासुर राक्षश का वध किया था। नो दिनों तक भीषण युद्ध के बाद माता दुर्गा ने विजय प्राप्त की थी।
आज हम उस नो दिन को नवरात्र के रूप में उत्सव मनाते है। माता जगदम्बा की उपसना करते है और शक्ति की आराधना करते है।
माता दुर्गा के 32 नाम भी यहाँ से ले सकते है, इसका भी विशेष महत्व दिया गया है।
Mata Durga ke 108 Naam – Mata Durga ke 32 Naam
माता दुर्गा
माँ दुर्गा के 108 नाम
1 – दुर्गा – अपराजय, हमेशा विजय होने वाली
2 – साध्वी – आशावादी
3 – त्रिनेत्र – तीन आँखों वाली
4 – सती – अग्नि परीक्षा भी पास करने वाले
5 – आर्या – देवी
6 – जया – विजय
7 – मनमोचनि – संसार के सभी बंधनो से मुक्त करने वाली
8 – भवप्रीता – शिवजी पर प्रीत रखने वाली
9 – भवानी – ब्रह्मांड में निवास करने वाली
10 – मन – मनन शक्ति
11 – चित्रा – सुरम्य, अति सुन्दर
12 – आद्य- शरूआत की वास्तविकता
13 – शूलधारिणी – शूल धारण करने वाली
14 – महपता – उत्पात मचाने, समस्या करने वाली
15 – अहंकारा – अभिमान करने वाली
16 – पिनाकधारिणी – भगवान शिवजी का त्रिशूल धरना करने वाली
17 – चण्डघण्टा – प्रचंड आवाज से घंटनाद करने वाली
18 – बुद्धि – सर्वज्ञाता, जानकार
19 – चिति – चेतना
20 – सत्यानन्दस्वरूपिणी – आनंद प्रदान करने वाली
21 – सर्वमन्त्रमयी – सर्वे मंत्रो की जानकार, ज्ञान रखने वाली
22 – सत्ता – सत स्वरुप, जो सभी से ऊपर है
23 – चित्तरूपा – चिंतन करने वाले
24 – भव्या – भव्यता से कल्याण करने वाली
25 – सदागति – मोक्षदान देने वाली
26 – अनन्ता – जिसका अंत नहीं है वो
27 – शाम्भवी – भगवान शंभु नाथ की पत्नी
28 – भाविनी – सबको मोहित करने वाली, उन्नत करने वाली
29 – भाव्या – ध्यान करने योग्य
30 – सर्वविद्या – ज्ञान का निवास
31 – देवमाता – देवता ओ की माता
32 – दक्ष कन्या – दक्ष की पुत्री
33 – अर्पणा – तपस्या के समय पत्ते को भी न खाने वाली
34 – रत्नप्रिया – गहने से प्यार करने वाली
35 – दक्षयागीविनाशिनी – दक्ष के यज्ञ का नाश करने वाली
36 – अनेकवर्णा – एक से ज्यादा अनेक रंगो वाली
37 – पाटला – लाल रंग वाली
38 – अमेय – अनंत, जिसकी कोई सिमा नहीं है
39 – सुन्दरी – अति सुन्दर रूप वाली
40 – पट्टाम्बरपरिधाना – रेशमी वस्त्र धारण करने वाली
41 – विक्रमा – पराक्रम की कोई सीमा नहीं है
42 – पाटलावती – लाल फूल और परिधान धारण करने वाली
43 – कलामंजीरारंजिनि – पायल पहनने वाली, प्रसन्न रहने वाली
44 – सुरसुन्दरी – अत्यंत सुन्दर आवाज वाली
45 – क्रूरा – राक्षश, दैत्यों के प्रति कठोर
46 – मातंगी – मतंगा की माता, देवी
47 – वनदुर्गा – वन की, जंगलो की देवी
48 – माहेश्वरी – शिवजी की शक्ति
49 – मातंगमुनिपूजिता – मतंगा मुनि द्रारा पुंजनीय
50 – वैष्णवी – अजेय, हमेशा विजय होने वाली
51 – लक्ष्मी – सौभाग्य की देवी
52 – ब्राह्मी – ब्रह्मा की शक्ति
53 – कौमारी – किशोरी
54 – बाराही – वराह पर सवार होने वाली
55 – चामुण्डा – चण्ड और मुण्ड का नाश करने वाली
56 – इंद्री – भगवान इंद्र की शक्ति
57 – नित्या – अविरत अनन्त है
58 – ज्ञाना – ज्ञान से भरपूर
59 – पुरुष्कृति – वह जो पुरूषधारण कर शके
60 – बहुला – बहु रूप वाली
61 – बुद्धिदा – बुद्धि देने वाली
62 – क्रिया – हर कार्य में बसने वाली
63 – विमलोत्कर्शिनी – आनंद देने वाली
64 – बहुल प्रेमा – सबकी प्रिय, सर्व प्रिय
65 – सर्ववाहनवाहना – सभी वाहन पर विराजमान होने वाली
66 – महिसासुरमर्दिनि – महिसासुर का नाश करने वाली
67 – चण्डमुण्ड विनाशिनी – चण्ड और मुण्ड का नाश करने वाली
68 – मधुकैटभहंत्री – मधु एवं कैटभ का वध करने वाली
69 – निशम्भशुम्भहननी – निशुम्भ का नाश करने वाली
70 – सर्वासुरविनाशा – सभी असुरो का नाश करने वाली
71 – सत्या – सत्य, सच्चाई
72 – सर्वदानवघातिनी – संहार के लिए शक्ति रखने वाली
73 – सर्व शास्त्रमयी – सभी शास्त्रों में निपूर्ण
74 – सर्वस्त्रधारिणी – सभी हथियारों को धारण करने वाली
75 – एककन्या – कन्या, नारी
76 – कुमारी – सुन्दर कन्या, किशोरी
77 – अनेकास्त्रधारिणी- अनेक हथियारों को धारण करने वाली
78 – अनेक शहस्त्रहस्ता – हाथो में कही हथियार धारण करने वाली
79 – किशोरी – जवान लड़की
80 – अप्रौढ़ा – कभी बूढ़ा न हो, पुराना ना हो
81 – वृद्धमाता – शिथिल
82 – यति – तपस्वी
83 – युवती – नारी, स्त्री
84 – महोदरी – ब्रह्मांड का रक्षण करने, संभालने वाली
85 – महाबला – अपार,अनंत शक्ति वाली
86 – बलप्रदा – बल प्रदान करने वाली
87 – घोररूपा – एक भयंकर द्ष्टिकोण वाली
88 – मुक्तकेशी – खुले बालवाली
89 – रौद्रमुखी – रूद्र की तरह भयंकर चेहरा
90 – काल रात्रि – काले रंग वाली
91 – नारायणी – भगवान नारायण के विनाश करि रूप
92 – तपस्विनी – तपस्या करने वाली
93 – अग्निज्वाला – मार्मिक आग की तरह
94 – भद्रकाली – काली का भयंकर रूप
95 – विष्णुमाया – भगवान विष्णु का जादू
96 – शिवदूती – भगवान शिव की राजदूत
97 – करली – हिंसक
98 – ब्रह्मवादिनी – हर जगह वास करने वाली
99 – परमेश्वरी – प्रथम देवी
100 – प्रत्यक्षा – वास्तविक
101 – जलोदरी – ब्रह्मांड में निवास करने वाली
102 – सावित्री – सूर्य की बेटी
103 – कात्यायनी – ऋषि कात्ययान द्रारा पूजनीय
104- विक्रमा – पराक्रमी, बहुत ज्यादा पराक्रम करने वाली
105- सत्य परायणा – जे सत्य ने समर्पण छे ते।
106- मोक्ष दायिनी – मोक्ष प्रदान करने वाली
107- कामधेनु – सर्वे इच्छा पूरी करने वाली
108- तप प्रिय – जिसका तप करने से सिध्दि प्राप्त होती है।
Durga Mata ki Aarti – माँ दुर्गा आरती
Shivaji ke 108 Naam – शिवजी के 108 नाम
Ganesh ji ke 108 Naam – गणपति के 108 नाम
वेदो में, पुराणों में, उपनिषदों में माता दुर्गा का वर्णन किया गया है। पुराणों में आदि शक्ति माना गया है। उपनिषद में हिमालय पुत्री से वर्णित है। माता दुर्गा के पवित्र नाम (Mata Durga ke 108 Naam) संसार के लिए कल्याणकारी है।